निर्माता निर्देशक संदीप तिवारी की नई हिंदी फिल्म " अभिशाप कामसूत्र का " ऐतिहासिक भावनात्मक प्रेम कहानी पर आधारित है । इस फिल्म के टाइटल से कुछ समाज के ठेकेदारों ने आपत्ति जताई है । माना कि आज बॉलीवुड में द्विअर्थी अश्लील फिल्मों का प्रचलन बढ़ा है ऐसे फ़िल्मकार या तो स्वयं सेक्स को लेकर मानसिक रोग ग्रस्त हैं या फिर युवा दर्शकों की मानसिकता के साथ एंटरटेनमेंट के जरिये खिलवाड़ कर रहे हैं ।
संदीप तिवारी का मानना है कि कामसूत्र ही सफल वैवाहिक जीवन का आधार है । मेरा मकसद सेक्स दिखाना नहीँ है , मैं तो चाहता हूँ स्त्री पुरुष का सम्बन्ध भावनात्मक रूप से एक दूसरे के करीब रहे ।
प्रेम पूजा है तो काम में भी पवित्रता आ जाती है ।
" अभिशाप कामसूत्र का " फिल्म में अतिसुन्दर वेश्या वसंतसेना एक ओजस्वी साधू पर मोहित हो जाती है । लेकिन साधू के सानिध्य से उसका जीवन बदल जाता है और वह भी मोह माया छोड़कर साधू की राह पर चल पड़ती है ।
फिल्म में कामना सिंह , संदीप तिवारी , संतोष साहू , ब्रह्मानंद द्विवेदी , सारस्वत परिहार , बीना ने अभिनय किया है ।
यह फिल्म 9 सितंबर को प्रदर्शित हो रही है ।